एसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपी राशिद शाह पूरे मामले का मास्टरमाइंड है। गुजरात की रहने वाली मेहजबीन जो एक डॉक्टर के क्लीनिक पर नर्स है , उसने राशिद को बच्चा उपलब्ध कराने के लिए बोला था। मेहजबीन को यह बच्चा किसी नि:संतान दंपति को बेचना था।
बच्चों की डिमांड आने पर राशिद और उसकी पत्नी जुलेखा ने झालावाड़ राजस्थान निवासी आरोपियों से संपर्क किया। आरोपी बबली अपनी बहू नासरा, मोहम्मद हनीफ और विधि विरुद्ध बालक के साथ हुसैन टेकरी आई हुई थी। यहां आरोपियों की नजर हुसैन टेकरी क्षेत्र में रह रहे 1 साल की बालिका और उसके 8 साल के भाई पर पड़ी। आरोपियों ने बिस्किट का लालच देकर दोनों बच्चों को अपने पास बुलाया और उन्हें अपहरण कर साथ ले गए।
गुजरात में देने वाले थे
पुलिस के अनुसार आरोपी बच्चों को रशीद को देने वाले थे जहां से वह बच्चे गुजरात निवासी नर्स मेहजबीन बी को देता और नर्स निसंतान दंपत्ति को बेचने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही रतलाम पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई और बच्चों को सकुशल बरामद करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस बच्चा चोर गिरोह के मामले में और जांच कर रही है। पुलिस पता लग रही है कि इन्होंने पूर्व में भी इस तरह के और अपराध तो नहीं किए है।
एसपी कराएंगे बच्चों के नाम की एफडी
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपह्त बच्चों का परिवार भी एसपी अमित कुमार से मिलकर उन्हें धन्यवाद देने के लिए आया। अपने खोए बच्चों के मिलने पर परिवार बहुत खुश था। एसपी अमित कुमार ने बच्चों के नाम से 5-5 हजार की एफडी कराने के भी निर्देश दिए।
सराहनीय भूमिका,एसपी ने की 30 हजार के पुरस्कार की अनुशंसा
संपूर्ण कारवाई में नगर पुलिस अधीक्षक जावरा दुर्गेश आर्मो के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम, उनि एल एन गिरी चौकी प्रभारी हुसैन टेकरी, उनि विजय बामनिया चौकी प्रभारी सरसी, उनि राकेश मेहरा, प्रआर मारकण्डेय मिश्रा, प्रआर विक्रमसिंह, प्रआर संजय आंजना आर अभिजीत, आर रविन्द्र चौहान, आर दीपराज, आर कमलेश डांगी, आर गोविंद पंवार, आर मनोज डाबी, आर मनोहर गायरी ,मआर रिंकु एवं सायवर सेल से उ नि राजा तिवारी प्रभारी सायबर सेल, प्र आर मनमोहन शर्मा, आर विपुल भावसार, आर मयंक व्यास एवं आर राहुल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को एक महिला ने अपनी बेटी के साथ थाने पहुंचकर दोनों के साथ अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा दुष्कर्म किए जाने की शिकायत की थी। महिला ने पुलिस को बताया कि ग्राम धतरावदा थाना नागझिरी में रहने वाला 43 वर्षीय फिरोज पिता सरदार से दो वर्ष पहले दुकान पर मुलाकात हुई थी। तभी से उसका घर आना जाना था। इस दौरान फिरोज ने शादी का झांसा देकर पति से अलग करवा दिया फिर शारीरिक शोषण करने लगा। बाद में शादी से इनकार कर दिया।
वहीं उक्त महिला द्वारा स्वयं के मकान का निर्माण कराया जा रहा था। यहां बदरखा निवासी इरफान पिता मंसूर 23 वर्ष मिस्त्री का काम कर रहा था। इसी दौरान एक माह पहले इरफान ने उसकी अवयस्क बेटी को अकेला पाकर चाकू की नोंक पर दुष्कर्म किया साथ ही किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस ने मां-बेटी की रिपोर्ट पर दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर पीड़िताओं का मेडिकल परीक्षण कराया गया। रिपोर्ट मिलने के बाद सीसीटीवी फुटेज चैक करते हुए अलग-अलग जगह से इरफान और फिरोज को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद भेज भेजा गया।
दोनों के ऑपराधिक रिकार्ड
पुलिस ने बताया कि फिरोज के खिलाफ माधवनगर, पंवासा थाने में मारपीट, गाली-गलौज,, हत्या का प्रयास, एससीएसटी एक्ट, जान से मारने की धमकी व जुआं एक्ट संबंधी धाराओं में केस दर्ज हैं।
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