परवलीया,,रतलाम,, 6 नवंबर। दुकानदार की दादागिरी के चलते आखिरकार 23 साल के नवयुवक की जान चली गई। लापता होने के 5 दिन बाद कुएं से उसकी लाश तैरती हुई मिली। बात बस इतनी सी थी कि सिगरेट की डेढ़ गुना राशि वसूल की जा रही थी। आपत्ति उठाई तो विवाद किया। बाद में दुकान संचालक ने ढाबे पर जाकर मार पिटाई की। पुलिस ने भी इस मामले में ढिलाई बरती। युवक की केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। मार पिटाई की नहीं। पुलिस कप्तान ने मामले को गंभीरता से लिया स्वयं पहुंचे सैकड़ो जगह सर्चिंग हुई मगर लापता युवक जीवित नहीं मिला। नतीजतन वही हुआ, जो नहीं होना चाहिए था। हालांकि पुलिस ने विवाद और मारपीट के मामले में सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद एसपी अमित कुमार एएसपी राकेश खाखा के साथ स्वयं परवलिया पहुंचे और मौके का निरीक्षण करते हुए लोकेश तंबोलिया पिता भेरुलाल तंबोलिय उम्र 23 साल निवासी उज्जैन की तलाश के लिए आवश्यक निर्देश दिए। एसपी ने पुलिस फोर्स के साथ ही डॉग स्क्वायड और ड्रोन की मदद से रात में ही युवक की सर्चिग शुरू करवाई। एसआईटी गठित करने के बाद जांच के दौरान पुलिस ने क्षेत्र के लगभग एक दर्जन से अधिक कुओं की अंडर वोटर ड्रोन से तलाशी के साथ ही सैकड़ो स्थान पर सर्चिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस को 06 नवम्बर परवलिया गांव के पीछे एक कुए से लोकेश का शव बरामद हुआ।
आखिर क्या हुआ था उस दिन
उज्जैन निवासी सोमिक, रोहित, लोकेश, आनन्द, लखन, गोलु, गड्डु, कार्तिक, सौरभ 1 नवंबर की रात को लगभग 8 बजे ढोढर स्थित परवलिया बांछडा डेरा पहुंचे थे। यहां किराना दुकान संचालक यश चौहान से सिगरेट खरीदने के दौरान सिगरेट महंगी देने की बात को लेकर लोकेश तथा सोमिक के साथ दुकान संचालक से विवाद और झूमा झटकी हुई थी।
फिर चले गए थे ढाबे पर खाना खाने
वहां से दोनों निकलकर अपने अन्य साथियों के साथ ठाकुर ढाबा परवलिया में खाना खाने चले गए थे। जहां कुछ देर बाद लगभग रात 9 बजे दुकान संचालक यश चौहान अपने साथियों के साथ तीन-चार बाइक पर आए और मारपीट करने लगे। उज्जैन से आए सभी लड़के जान बचाने के लिए फोरलेन पर परवलिया से ढोढर की तरफ भागे। इस दौरान लोकेश कहीं गुम हो गया और शेष सभी साथी लोकेश को 3-4 घंटे तलाशने के बाद उज्जैन वापस चले गए और घटना की जानकारी लोकेश के भाई को दी।
लापरवाह चौकी प्रभारी को किया निलंबित
3 नवंबर को लोकेश के भाई फरियादी रोहित ने पुलिस चौकी पर आकर लापता होने के साथ ही मारपीट की जानकारी भी ढोढर चौकी प्रभारी कन्हैया अवास्या को दी थी, लेकिन ढोढर चौकी प्रभारी ने सिर्फ गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज किया। इस बात की जानकारी जब सोमवार को एसपी अमित कुमार को मिली, तो उन्होंने अपने स्तर पर पूरे मामले की पड़ताल करवाई। मारपीट की जानकारी मिलने पर एसपी ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के निर्देश देते हुए लापरवाही बरतने ने पर तत्काल एक्शन लेते हुए ढोढर चौकी प्रभारी को निलंबित भी कर दिया था।
Leave a Reply