उज्जैन। 20 दिन पहले हुई विक्रम विश्वविद्यालय के कर्मचारी की मौत के मामले में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। आईजी, एसपी से शिकायत कर मामले की गंभीरता से जांच की मांग की गई है।
विक्रम विश्वविद्यालय राजेश पिता मानसिंह सिरोलिया की लाश 5 अगस्त को इस्कॉन मंदिर चौराहा देवास रोड पर मिली थी। राजेश सिरोलिया की मौत के मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। परिजन ने मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर आईजी, एसपी के समक्ष गुहार लगाई है। परिजन ने आरोप लगाया कि इसे साधारण मृत्यु दिखाकर मामले को बंद करना चाहती है।
मृतक राजेश के पिता मानसिंह सिरोलिया का कहना है कि उनके पुत्र की लाश मिलने के बाद माधवनगर पुलिस के समक्ष हत्या की शंका जाहिर कर कुछ जानकारी भी मय प्रमाण के दी। मानसिंह ने बताया कि राजेश नशे का आदी थी। शरीर पर नाखून, चेहरे पर चोट के निशान और गले पर दायीं तरफ रस्सी से गला दबाने के निशान थे।
मृतक राजेश को वेतन मिला था। इसके लिए वह 4 अगस्त को एटीएम और यूको बैंक की पास बुक लेकर निकला था। शव के पास एटीएम और यूको बैंक की पासबुक नहीं मिली। राजेश ने विक्रम विश्वविद्यालय में ब्याज का धंधा करने वाले लोगों से रुपए उधार लिए थे, जो वेतन मिलने की तारीख पर वसूलते थे। राजेश के बैंक अकाउंट की जांच की जाए।
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