इंदौर से बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक लेडी टीचर के हुस्न का जाल उसके छात्र के लिए मौत का कारण बन गई। आरोपी युवती ने अपने बीफार्मा के स्टूडेंट को इश्क के जाल में फंसाया। इसके बाद उस पर रेप का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार करवा दिया। युवक की मुसीबत यहीं खत्म नहीं हुई। आरोप है कि पुलिस ने केस रफा-दफा करने के लिए साढ़े 3 लाख रुपए की डिमांड की। 50 हजार में दोनों पक्षों में सेटलमेंट हुआ। किसी तरह उसके पिता ने ब्याज में पैसे लेकर पुलिस को दिए। लेकिन युवक ने डिप्रेशन की वजह से घर आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
दरअसल इंदौर में एक लेडी टीचर और उसके बीफार्मा के स्टूडेंट मृतक छात्र गौरव हाड़ा के बीच प्रेम प्रसंग था। दोनों की साथ में तस्वीर भी सामने आई है जिसमें लड़की लड़के को किस करते हुए दिखाई दे रही है। लेकिन कुछ दिनों पहले उसने महिला थाने में छात्र के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। थाने से घर आने के बाद वह कमरे में जाकर रोने लगा और फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वहीं उसकी मौत के बाद मृतक के परिजनों ने चैट भी वायरल किया है जिससे इस बात की पुष्टि हो रही है कि आरोपी युवती ने पहले ही उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी।
पुलिसकर्मियों पर लगे पैसे मांगने के आरोप
पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उसके परिवार ने पुलिस पर पैसे मांगने और मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। महिला थाने पर शिकायत दर्ज होने के बाद जांच अधिकारी गौरी तिवारी और थाना प्रभारी कौशल्या चौहान पर 3 लाख 50 हजार रुपए की मांग करने का आरोप लगा है। मृतक गौरव हाड़ा के पिता ने बताया कि 50 हजार रुपए में मामला सेटल कर दिया गया था और पैसे देने के बाद पुलिस ने गौरव को थाने से छोड़ दिया था।
वहीं गौरव के भाई ने बताया कि उन्होंने ब्याज पर पैसे लेकर पुलिस को दिए थे। इसके बाद पुलिस ने मामले को कैसे रफा-दफा किया। गौरव के परिजनों के पास युवती की चैट्स भी मौजूद हैं। गौरव के परिजनों का कहना है कि इस घटना से उनका पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। उन्होंने उच्च अधिकारियों से न्याय की मांग की है और इस मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की है। जिसमें कहा है कि थाना प्रभारी और जांच अधिकारी को सस्पेंड करें।
शव लेकर महिला थाना पहुंचने वाले थे मृतक के परिजन
बी फार्मा के छात्र के सुसाइड मामले में परिजन शव रखकर महिला थाने पर प्रदर्शन करने वाले थे। उनके पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते में पुलिस ने चौहान के साथ मृतक के परिजनों को रोका। थाना क्षेत्र में बीच सड़क पर पुलिस ने शव वाहन रोका और परिजनों को समझाइश दी।
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