रतलाम, ‘जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन’ के कार्यकर्ताओं ने JSF जिलाध्यक्ष दिव्या शर्मा के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर धरना दिया तथा जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन जैसी भीषण समस्या से उत्पन्न हो रहे संभावित गृहयुद्ध के खतरे को रोकने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री, भारत सरकार के नाम SDM अनिल भाना को ज्ञापन सौंपा।
धरने में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने बताया कि अंधाधुंध संतानोत्पत्ति करने की प्रवृत्ति पर ‘जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर अंकुश लगाने में एक-एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भांति ही विघटनकारी साबित हो सकती है। एक वर्ग विशेष द्वारा रणनीति के तहत जानबूझकर बढ़ाई जा रही जनसंख्या और सनातन समाज की युवा पीढ़ी में एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में 6 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है। भारत जनसंख्या में धार्मिक असंतुलन के कारण हुए विघटन के दंश का प्रत्यक्ष भुक्तभोगी है, परन्तु पूर्व की सरकारों की विभाजन के तुरन्त बाद से जारी तुष्टिकरण की नीति के चलते अब फिर से वैसी ही परिस्थितियां निर्मित होती दिखाई दे रही है।
कार्यकर्ताओं ने आगे बताया कि विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच जनसंख्या का अनुपात वर्तमान अनुपात के अनुसार बनाए रखने के उद्देश्य से ‘जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की माँग को लेकर ‘जनसंख्या समाधान फाउन्डेशन द्वारा विगत लगभग 11 वर्षों से हजारों छोटी-बड़ी समाएं, धरना-प्रदर्शन, सांसद संवाद कार्यक्रम, राष्ट्रपति जी सहित महत्वपूर्ण लोगों से भेंट आदि के रूप में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं संगठन के मुख्य संरक्षक डा. इन्द्रेश कुमार एवं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित 125 सांसदों का समर्थन प्राप्त है।
इस अवसर जनसंख्या समाधान फाऊंडेशन जिला अध्यक्ष दिव्या शर्मा,श्रीमती अनिमा शर्मा,राजश्री राठौर,रेखा जोशी,रजनी जैन,ज्योति कुमावत,लक्ष्मी सोनगरा,नर्मदा यादव,प्रिया सावंत,राधिका अऊचिते सुरेखा सेन,मुनेश जाट,मंजू गहलोत,प्रतिभा चौहान,लाली कसेरा,संतोष मुनिया,हेमलता उपाध्याय आदि सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
Leave a Reply