कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी में संत समाज, उठाई संपत्ति जांच की मांग, बोले- नाक रगड़कर माफी मांगें मिश्रा

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कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ षट्दर्शन संत समाज और तीर्थ पुरोहित, 13 अखाड़ों के संत, महंत, मंदिरों के पुजारी लामबंद हो गए हैं। प्रदर्शन कर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन।

सीहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के राधा रानी और तुलसीदास जी पर दिए गए बयान के वीडियो का धार्मिक नगरी उज्जैन में जमकर विरोध हो रहा है। उज्जैन में अनेक संगठन उनके बयानों के निंदा करने के साथ ही उन्हें नाक रगड़कर माफी मांगने और धार्मिक भावना आहत होने पर कलेक्टर, एसपी के साथ ही थाने तक पहुंचकर प्रकरण दर्ज करने की मांग कर चुके हैं।

आज भी पं. प्रदीप मिश्रा के खिलाफ उज्जैन का संत समाज एकजुट हुआ। संतों और तीर्थ पुरोहित ने खाक चौक पर पं. मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन कर एक बैठक आयोजित की, जिसमें ये तय किया गया कि वे उज्जैन में पं. मिश्रा की कथा नहीं होंगे देंगे। संतों ने उनकी संपत्ति की जांच की मांग भी उठाई।

राधा रानी और तुलसीदासजी को लेकर कथा के दौरान कही गईं बातों को लेकर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ अब तक जुबानी बयानबाजी की जा रही थी, लेकिन गुरु सांदीपनि के वंशज पंडित रूपम व्यास ने पंडित प्रदीप मिश्रा को नाक रगड़कर माफी मांगने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा माफी नहीं मांगते हैं तो वह विद्वत परिषद से बात कर इस मामले में न्याय के लिए कोर्ट तक जाएंगे।

मौन तीर्थ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरि महाराज तुलसीदास जी को गंवार कहे जाने के बयान पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए इस मामले में कलेक्टर, एसपी के साथ ही थाना जीवाजीगंज पर आवेदन देकर पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि तुलसीदास जी रामचरितमानस के रचयिता हैं हम वर्षों से रामचरितमानस का पाठ करते आ रहे हैं। ऐसे महान व्यक्तित्व को गवार कहे जाने से उनके प्रति हमारी आस्था को गहरा आघात पहुंचा है। महामंडलेश्वर सुमनानंद जी ने कहा है कि अगर इस मामले में जल्द प्रकरण दर्ज नहीं किया जाता तो फिर हम कोर्ट की शरण में जाएंगे कुल मिलाकर उज्जैन में हो रहे प्रदर्शन से पंडित प्रदीप मिश्रा की मुसीबतें और भी बढ़ती नजर आ रही हैं।

विरोध जताया और कहा पंडित मिश्रा की संपत्ति की जांच करो
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा राधा रानी और तुलसीदास जी पर दिए गए बयानों के बाद षट्दर्शन संत समाज और तीर्थ पुरोहित, 13 अखाड़ों के संत, महंत, मंदिरों के पुजारी लामबंद हो गए हैं। शहर के खाकचौक पर स्थित वैदेही गार्डन में सभी संत एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। संतों ने एडीएम अनुकूल जैन को पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में माता राधा रानी पर अनर्गल टिप्पणी की है। इसके अलावा तुलसीदासजी के विषय में भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है। इससे उज्जैन ही नहीं देश और दुनिया के सनातनी भक्तों की भावना आहत हुई है। संतों ने प्रदीप मिश्रा की संपत्ति की जांच करने की मांग की है।

उज्जैन षट्दर्शन संत समाज और तीर्थ पुरोहितों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा जब तक संत समाज से माफी नहीं मांगते, तब तक उनकी उज्जैन में कोई भी कथा संत समाज होने नहीं देगा। इस दौरान महंत रामेश्वर दास महाराज, महंत राघवेंद्र दासजी, महंत दिग्विजय दासजी, महंत भगवान दासजी, महंत मुनि शरण महाराज, महंत सेवागिरी महाराज, महंत ज्ञानदास दास महाराज, सांदीपनि आश्रम के रूपम व्यास, पंडित राहुल व्यास, पंडित मनीष उपाध्याय अंगारेश्वर मंदिर सहित धर्म सभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज, अखिल भारतीय पुरोहित महासभा और धर्म यात्रा संघ के करीब 100 लोग प्रदर्शन में शामिल हुए।

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