सिंगरौली में सोने की खदान : मध्य प्रदेश में स्थित सिंगरौली जिला ऊर्जा धानी के नाम से जाना जाता है इस जिले में भरपूर मात्रा में कोयला पाया जाता है, वहीं अब कोयले के साथ-साथ सिंगरौली जिले में सिंगरौली जिला मुख्यालय बैढ़न से तकरीबन 50 किलोमीटर की दूरी पर एक पहाड़ में सोने की खान मिली है, खदान मिलने के बाद 149 हेक्टेयर की वन भूमि आरक्षित कर दी गई है. कुंदन गोल्ड माइन्स अब सोने की तलाश करेगी
सिंगरौली में मिली सोने की खान
पूरे मध्य प्रदेश में ऊर्जा धानी के नाम से प्रसिद्ध सिंगरौली जिला देश को रोशन करता है सिंगरौली जिले में कई कोयला खदान एवं विद्युत संयंत्र लगाए गए हैं, वहीं अब सिंगरौली जिले में सोने की खान भी मिल चुकी है , आप सभी को बता दे की चितरंगी तहसील के दो राजस्व गांव के बीच में स्थित वन विभाग के पहाड़ में सोना पाया गया. इसके लिए विभाग की ओर से 149 हेक्टेयर की जमीन आरक्षित कर दी गई.
कुंदन गोल्ड माइंस को सौंपी गई खदान
खनिज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सोने की खदान मिलने के बाद कुंदन गोल्ड माइंस को खदान सौंपी गई है, जो जमीन के अंदर सोने की तलाश की जाएगी. आप सभी को बता दे कि जिले के चितरंगी तहसील के सिल्फोरी और सिधार गांव के पास स्थित गुड़हर पहाड़ में सोना पाया गया है. जिस पहाड़ में सोना पाया गया है. वह अगल-बगल से दो राजस्व गांव से जुड़ा हुआ है.
अब सिंगरौली बनेगा सिंगापुर
सिंगरौली जिले में इस समय कोयला के साथ-साथ कई बिजली संयंत्र स्थापित किए गए हैं वहीं देश के बड़े-बड़े कंपनी भी सिंगरौली जिले में संचालित है, वहीं सोने की खदान मिलने की वजह से सिंगरौली अब बहुत जल्द सिंगापुर बनने जा रहा है, सोने की खदान मिलने से सिंगरौली वासियों को कहीं दूसरे शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि काम करने के लिए उन्हें रोजगार मिलेगा। हालांकि रोजगार अभी भी मिल रहा है लेकिन कोयले की खान में भी सिंगरौली के लोगों को कम करने का मौका मिलेगा इससे सिंगरौली में बेरोजगारी की समस्या भी खत्म होगी।
खनिज अधिकारी ऐके राय ने बतया है कि चितरंगी तहसील के शिल्फोरा और सिधार गांव के पास स्थित गुड़हर पहाड़ के 149 हेक्टेयर भूमि में कुंदन गोल्ड माइंस को खदान आवंटित हुई है. अभी पुन निरीक्षण करने का काम किया जायेगा. इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि कितना गोल्ड का डिपॉजिट इस पूरे संपूर्ण एरिया में प्राप्त होता है
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